एक पुलिस वाले को लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को सीमा पार करने से रोकने की ज़िम्मेदारी दी जाती है. पर भेदभाव और दुख के माहौल में यह ड्यूटी इंसानियत की लड़ाई में बदल जाती है.
एक पुलिस वाले को लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को सीमा पार करने से रोकने की ज़िम्मेदारी दी जाती है. पर भेदभाव और दुख के माहौल में यह ड्यूटी इंसानियत की लड़ाई में बदल जाती है.